भाभी को उसी के घर में चोदा

मैं भाभी को पलंग पर लेटा कर अपने लंड को उनकी चूत पर डालता हूँ और चोदने लगता हूँ | भाभी को बहुत मजा आ रहा था | वो आःह आह्ह आह्ह्ह  करते जा रही थी और मैं भाभी को उनकी टांग उठा उठा कर चोद रहा था…

घर की चुदाई आखिर बाहर के लंड से बेहतर है

मम्मी ने कहा तू चिंता मत कर अब तुझे चूत भी मिलेगी और मुझे लंड भी मिलेगा | जब घर में ही लंड और चूत है तो बाहर चुदाई करने का क्या मतलब और इतना बोल के मैं और मम्मी एक दूसरे को किस करने लगे थे…

अनजान महिला ने जरूरतों को पूरा किया

अब तुम मेरी गांड मारकर मेंरी इच्छा पूरी कर दो। मैंने आज से पहले कभी किसी की गांड नही मारी थी इसलिए मैं थोड़ा डर रहा था। उन्होंने मेरे लंड पर तेल की मालिश की, मेरा लंड भी इतना कडक हो गया, जैसे ही मैंने अपने लंड को उनकी गांड मे डाला तो उनकी गांड चिकनी हो गई…

दारु के चक्कर में मिली चूत और बढ़ा कारोबार

मैंने उसका ब्रा पकड़ा और फाड़ दिया | उसके बाद क्या था मैंने उसके दूध को इस कदर चूसा और वो मज़ा से सिस्कारियां ले रही थी | उसकी हालत ऐसी थी जैसे उसे कोई सुहागरात पे चोद रहा हो | मैंने उसके निप्पल दबा दबा के चूसे और फिर वो एकदम लाल हो गए थे और कड़क भी…

कवि की किस्मत चुदाई के बाद पलट गयी

उसने अपने कपडे भी फाड़ दिए और कहा इस नाचीज़ की चूत को खा जाओ | मैंने उसकी चूत को मजबूरी में चाटा और उसके बाद जैसे ही उसने मुझे अपना माल पिलाया मुझे जोश आ गया | उसके बाद मैंने उसे बिस्तर पे पटका और कहा बस अब आपको हमारे लंड की ताकत से रूबरू करवाता हूँ..

मेरी पहली सुहागरात पड़ोस वाली भाभी के साथ

पहले तो वो शर्मा गई और फिर उन्होंने कहा की मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है तो मैंने कहा कि आप अब ऐसा क्यूँ बोल रहे हो ? तब वो बोली की मेरे पति बाहर रहते हैं और मेरा मन करता है की मुझे कोई चोदे पर मेरी चूत प्यासी की प्यासी ही रह जाती है ….

आया सावन झूम के चोद गया मेरी गांड रे

मैं उसके घर गई तो मैंने उससे पूछा कि यहाँ तो कोई नहीं है ? तुमने पार्टी के लिए बोला था कहाँ है पार्टी ? तो उसने कहा कि जानेमन पार्टी तो हमारे बीच होगी और उसने मेरी कमर पकड़ के खीच ली अपनी तरफ और सीधा अपने होंठ मेरे होंठ पर रख दिए और किस करने लगा…